टोंक में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी से अभिभावक परेशान, कोर्स सामग्री खरीदने पर डाला जा रहा दबाव
टोंक में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी से अभिभावक परेशान, कोर्स सामग्री खरीदने पर डाला जा रहा दबाव
TONK (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक जिले में प्राइवेट स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर महंगी किताबें और कॉपियाँ केवल चुनी हुई दुकानों से खरीदने का दबाव डाले जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मुद्दे को लेकर समाजसेवी आबिद मेव के नेतृत्व में अभिभावकों ने जिला कलक्टर को एक लिखित प्रार्थना पत्र सौंपा है, जिसमें इस *'शैक्षणिक लूट' पर* तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।
प्रार्थना पत्र में शिकायत की गई है कि आरटीई (निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार) योजना के अंतर्गत चयनित बच्चों के लिए भी प्राइवेट स्कूल मनमाने ढंग से महंगे कोर्स निर्धारित कर रहे हैं, जो सिर्फ कुछ खास दुकानों पर ही उपलब्ध होता है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि स्कूल प्रबंधन न सिर्फ किताबें और कॉपियाँ चुनिंदा दुकानों से ही खरीदवाने का दबाव बना रहा है, बल्कि किताबें अन्य दुकानों पर उपलब्ध भी नहीं करवाई जाती हैं। इस कारण माता-पिता को महंगे दामों पर सामग्री खरीदनी पड़ती है, जबकि राज्य सरकार की योजना का उद्देश्य ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को राहत देना है।
ये मांगे की गई है
1. इस तरह की अनुचित व्यावसायिक गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाई जाए।
2. सभी स्कूलों को निर्देशित किया जाए कि कोर्स सामग्री की सूची सार्वजिनिक रूप से उपलब्ध करवाई जाए और कोई विशेष दुकान अनिवार्य न की जाए।
3. आरटीई के अंतर्गत पढ़ रहे छात्रों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों का सख्ती से पालन कराया जाए।
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